मैं आज आपसे एक ऐसे व्यवसायिक प्रकल्प के विषय में वार्ता करने जा रहा हूँ जिसका निर्माण पूर्ण रूप से एक पवित्र विचार के साथ किया गया है! मित्रों वर्तमान व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा के दौर में हम यह भूल जाते हैं कि हमारे द्वारा निर्मित की गई खाद्य सामग्री हमारे ग्राहक के स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव डालेगी? हमारा ध्यान केवल और केवल मुनाफे पर होता है! हम जाने अंजाने में देश और समाज का बड़ा नुकसान कर रहे हैं!
मित्रों भारतीय रसोई से जो हमें पोषक तत्व मिलते थे वो अब हमारी गलतियों और लालच के कारण रसोई से नदारद हो चुके हैं! भारतीय संस्कृति में रसोई का बड़ा महत्व रहा है ! पश्चत्य संस्कृति की भाँति सड़क पर खड़े होकर ब्रेड से पेट भरना हमारी संस्कृति नहीं है, हमारी रसोई की ऊर्जा को पूरी दुनिया पहचान चुकी है और भारतीय खानपान को पूरी दुनिया अपना रही है! मित्रों रसोई से जो हम पोषक तत्व ग्रहण करते हैं उसका प्रदर्शन हम राष्ट्र निर्माण के अलग-अलग आयामो में करते हैं फिर चाहे वह खेल का मैदान हो, राजनीतिक या व्यापारिक क्षेत्र और या फिर वैचारिक मंच हो ! पोषक भोजन देश या समाज को सफलता के शिखर को हांसिल करने में मददगार होता है परन्तु हमारे लालच के कारण आज भारतीय रसोई खुद बीमार है! मिलावटी वस्तुओं से लबालब रसोई हमारी ऊर्जा को अस्पताल पहुचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है! मित्रों आप अक्सर सुनते होंगे की फलां व्यक्ति तो कोई नशा नहीं करता था फिर उस हार्ट अट्टेक क्यों आया, फलां बच्चे की उम्र तो केवल 10 वर्ष थी फिर उसे हार्ट अट्टेक कैसे आया! मित्रों नशे से भी खतरनाक मिलावटी खाद्य सामग्री हम रसोई से ग्रहण कर रहे हैं जिससे अच्छी दिनचर्या वाले लोग भी शुगर, बीपी, हार्ट, हड्डियों जैसी हजारों बीमारियों का शिकार हो रहे हैं! ये लालची लोग हमारे देश की ऊर्जा को अस्पतालों तक पहुंचाने मे कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं!
मित्रों इस बड़ी समस्या का समाधान सरकार, पुलिस या फिर कोई एक व्यक्ति नहीं कर सकता! यदि जनता खुद चाहे तो इस समस्या का पूर्ण समाधान संभव है! इस कार्य में जन सहभागिता की आवश्यक है! यदि ग्राहक मिलावटी समान की पहचान कर खरीदना ही बंद कर दे तो मिलावट खोरों के कारखानों पर ताले लगना शुरू हो जायेंगे या फिर उन्हें अपना रवैया बदलना पड़ेगा! सोचने में आपको ये काम मुश्किल लगेगा लेकिन दुनिया मे असंभव कुछ भी नहीं होता! इस काम के लिए हमें एक तकनीक विकसित कर ग्राहकों को एक मंच पर लाना होगा जिससे मिलावट खोरो को ये संदेश जाए कि अब गलत नहीं चलेगा!
मित्रों “RASOI” एप का निर्माण इसी पवित्र कार्य की सिद्धि के लिए किया गया है! वर्तमान में चंद धनाड्य परिवारों द्वारा बड़े बड़े मार्ट खोलकर छोटे किराणा दुकान्दारों के पेट पर लात मारने का जो प्रयास किया जा रहा है ऐसे में ये “RASOI” एप छोटे दुकान्दारों को संरक्षण देने के साथ ग्राहकों को इतना सशक्त कर देगा या फिर यूँ कहें कि जनता के हाथ एक ऐसा रिमोट लग जायेगा की मिलावट की जानकारी मिलते ही जनता स्वयं उस वस्तु को बाजार से बाहर का रास्ता दिखा देगी! “RASOI” बेरोजगारो के लिए वरदान साबित होगी और असंख्य रोजगार पैदा कर लोगों के घर तक खुशहाली का दीपक जायेगी!
आप सभी से यही निवेदन है कि “RASOI” की ताकत को पहचानो और इसे घर घर तक पहुंचाने में सहयोग कर मिलावट के जहर को अपनी रसोई से बाहर बाहर का रास्ता दिखाएँ !
धन्यवाद
RASOI

13
Sep